सृजन - Our Sahityashala

भरा पड़ा इतिहास हमारा,वीरों के बलिदानों से।

शत्रु सीमा लांघ ना पाए,हैं वीर खड़े चट्टानों से।भरा पड़ा इतिहास हमारा,वीरों के बलिदानों से।शीश झुका ना कभी हमारा,लड़कर वतन बचाया है,वीरकथा सी माटी कर दी,कर उत्सर्ग जवानों नेभरा पड़ा इतिहास हमारा,वीरों के बलिदानों से।मिलती वर्दी जिनको है,वो किस्मत वाले होते हैं।वे सीमा पर जाग रहेतब चैन से हम घर सोते हैंप्रेम इन्हें हर भारतवासी […]

बच्चों के नाम

सृजन: Our Sahityashala

मैं बारह वर्ष दिल्ली शिक्षा निदेशालय के विद्यालय में पढ़ी और उसके बाद से मेरा अभिभावक संस्थान मुझमें रह रहा है| मेरा भाषा के प्रति रुझान बढ़ाने में इसका अहम योगदान है | हिंदी भाषा के प्रति रुझान का अंकुरण मेरे मन में इसी संस्थान ने किया| फिर आगे इसे पोषित और पल्लवित होने के […]

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स्त्री…

तुम डरते हो हाथ मिलाने सेबेटियों को आगे बढ़ाने सेना समान दर्जा देते होऔर भेदभाव भी तो करते होबेटों को पढ़ने भेजाबेटी की शिक्षा से इनकारबेटों के जन्म पर जश्न मनाबेटी को कोख़ में दिया मारलड़कियों को कमतर कहने वालोंसोच तुम्हारी है लाचारहर क्षेत्र शक्ति पर नज़र घुमा लो,लडकियाँ कर रही हर तरफ़ कमालअब समझो, […]

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