दुनिया में क्रियाओं की भरमार है। इसी ढ़ेर में एक क्रिया है ‘इंतज़ार’। अक्सर इंतज़ार के साथ ‘मुंतज़िर’ शब्द का साथ ख़ुशी देता है। अमूमन ऐसा सभी के साथ होता है, मेरे साथ भी होता था। मुझे भी इंतज़ार करना पसंद नहीं था; कारण थे अनुभव; सभी की तरह। ऐसे अनुभव जिनमें इंतज़ार करते-करते आस […]
