Quotes

इल्म

झंझावातों से डाल पर जो टिक न पाए हों,
दामन में जिनके लाख काँटों के साए हों,
और भाग में लहराते गेसू न आए हों,
सफ़हों के आवरण भी जिसने न पाए हों,
उस ग़ुल ने आदम को यह हुनर सिखाया है,
झरकर भी महकते रहो यह इल्म कराया है।
-Nikki Mahar
गेसू: बाल / Hair
सफ़हे: पृष्ठ / pages

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